SIDBI | एमएसएमई इकाइयों को सर्वोत्तम संभव वित्तीय सेवाएं प्रदान की जानी चाहिए: वी. सत्य वेंकट राव
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लखनऊ: भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI), सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के संवर्द्धन, वित्तपोषण और विकास में संलग्न देश की एक प्रमुख वित्तीय संस्था है और सिडबी ने एमएसएमईयों को वित्तीय समाधान उपलब्ध कराने के लिए एचडीएफसी बैंक लिमिटेड (HDFC Bank Limited) थ एक समझौता ज्ञापन (MOU) किया है। समझौता ज्ञापन वी. सत्य वेंकट राव, उप प्रबंध निदेशक, सिडबी और अखिलेश कुमार रॉय, कार्यकारी उपाध्यक्ष, नेशनल हेड सेल्स एक्सीलेंस एंड ट्रांसफॉर्मेशन, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड द्वारा निष्पादित किया गया था।
समझौता ज्ञापन के तहत सिडबी और एचडीएफसी बैंक लिमिटेड सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के ग्राहकों को पूर्ण वित्तीय उत्पाद और सेवाएं प्रदान करने के लिए मिलकर कार्य करेंगे। समझौता ज्ञापन से एमएसएमई इकाइयों को निर्बाध तरीके से पूर्ण वित्तीय समाधान उपलब्ध करवाना सुगम होगा।
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एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के साथ व्यवस्था के संबंध में वी. सत्य वेंकट राव, उप प्रबंध निदेशक, सिडबी ने कहा कि सिडबी तीन दशकों से अधिक समय से एमएसएमई को उच्चतर ऊंचाइयां हासिल करने में सहायता कर रहा हैं। एमएसएमई इकाइयों को सर्वोत्तम संभव वित्तीय सेवाएं प्रदान की जानी चाहिए क्योंकि वे राष्ट्र के विकास और अर्थव्यवस्था को चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह व्यवस्था एमएसएमई इकाइयों को दोनों बैंकों के वित्तीय उत्पादों और सेवाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाएगी। इस व्यवस्था के माध्यम से दोनों बैंक अधिक एमएसएमई इकाइयों को वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा बनाने का प्रयास करेंगे।
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