Ashadhi Wari 2023 | बड़ी खबर! CM द्वारा आधिकारिक महापूजा के दौरान अब विठ्ठल मंदिर में मुखदर्शन करेंगे श्रद्धालु
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महाराष्ट्र: महाराष्ट्र का एक प्रमुख परवन पर्व यानी आषाढ़ी एकादशी। इस खास मौके पर शिंदे-फडणवीस सरकार ने लाखों भक्तों के लिए खुशखबरी दी है। जी हां मुख्यमंत्री द्वारा विट्ठल मंदिर में आधिकारिक महापूजा दौरान भी भगवान विट्ठल का मुखदर्शन जारी रहेगा। गौरतलब हो कि अब तक चली आई परंपरा के अनुसार आधिकारिक महापूजा से चार घंटे पहले विट्ठल दर्शन बंद कर दिया जाता था।
भगवान विट्ठल का मुख दर्शन
इससे हर साल कर्मचारियों को काफी असुविधा होती थी, क्योंकि दर्शन करने के लिए लगी लाइन का समय चार घंटे बढ़ जाता था। ऐसे में अब यात्रियों को इस असुविधा से बचाने के लिए इस साल यह फैसला लिया गया है, कि CM द्वारा हो रही पूजा के दौरान भी यात्री भगवान विट्ठल का मुख दर्शन कर सकेंगे।
इतिहास में पहली बार
जी हां इस नए फैसले के मुताबिक, आषाढ़ी एकादशी पर जब मुख्यमंत्री की पूजा चल रही होगी तब भी मुकदर्शन जारी रहेगा। पालकमंत्री विखे पाटिल ने रात की बैठक में यह जानकारी दी है। आषाढ़ी एकादशी पर मुख्यमंत्री पूजा के लिए सुबह 2:30 बजे पहुंचते हैं और मंदिर में विट्ठल रुक्मिणी की आधिकारिक पूजा और सत्कार कार्यक्रम सुबह 5 बजे तक चलता है। इस बार आषाढ़ी उत्सव के इतिहास में पहली बार उत्सव के दौरान करीब डेढ़ से दो लाख श्रद्धालु भगवान के मुख दर्शन करेंगे। इस फैसले से वित्त भक्त बेहद खुश है।
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श्रद्धालु के हित में फैसला
महाराष्ट्र के लिए आषाढ़ी एकादशी त्यौहार का सबसे खुशी का दिन है। इस दिन भगवान विट्ठल के दर्शन के लिए भक्तों को 30-30 घंटे तक कतार में खड़ा रहना पड़ता है। वहीं, महाराष्ट्र भर से विधायक, सांसद, मंत्री, अधिकारी और उनके कार्यकर्ता वीआईपी के रूप में दर्शन के लिए उमड़ते हैं। इसलिए इस शुभ दिन पर कतार में खड़े सैकड़ों भक्तों को दर्शन से वंचित रहना पड़ता है। इस संबंध में एक साहसिक निर्णय लेते हुए, मुख्यमंत्री शिंदे की सरकार ने आषाढ़ी एकादशी पर मुख्यमंत्री की पूजा के दौरान भी मुखदर्शन जारी रखने का निर्णय लिया है।
VIP पास को अब नहीं अनुमति
इस फैसले की घोषणा करते हुए राज्य के राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा कि आषाढ़ी एकादशी पर केवल दर्शन कतार में खड़े भक्त ही भगवान के दर्शन कर सकेंगे। साथ ही विखे पाटिल ने यह भी स्पष्ट किया है कि आषाढ़ी एकादशी पर गणमान्य व्यक्तियों को दिए जाने वाले दर्शन पास के अलावा किसी भी वीआईपी दर्शन पास को वितरित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसलिए, दर्शन कतार में खड़े भक्त आधिकारिक सुबह की पूजा समाप्त होने के बाद पूरे दिन विट्ठल भगवान के दर्शन कर सकेंगे।
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