कोतवाली थाना में पदस्थ सब इंस्पेक्टर को 50 हजार रु की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार…..
लोकायुक्त पुलिस की टीम ने सब इंस्पेक्टर को 50 हजार रु की रिश्वत लेते रंगे हाथो धर दबोचा। सब इंस्पेक्टर ने एक आरोपी को मामले में राहत देने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी। दरअसल छिंदवाड़ा निवासी फरयादी दुर्गेश सोनी पिछले दिनों जबलपुर लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर शिकायत कर बताया की छिंदवाड़ा के नेता की सुपारी देने का आरोप में छिंदवाड़ा की कोतवाली पुलिस ने मुझ पर लगाया था,जिसका मामला थाने पर चल रहा था और इसी मामले की जांच सब इंस्पेक्टर जितेंद्र यादव कर रहा था और इसी मामले को रफा दफा करने के एवज में 1 लाख रुपए की मांग की गई थी, 22 तारीख की रात पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया था। सब इंस्पेक्टर जितेंद्र ने झूठे आरोप लगाते हुए 24 तारीख को 1 लाख की मांग की थी। उसके बाद फरियादी सोनी ने अपने घर से 25 हजार रुपए नगद देते हुए बाकी पैसे बाद में देने की बात कही तो सब इंस्पेक्टर ने छोड़ दिया था।इस मामले को लेकर दुर्गेश सोनी ने उसने बताया कि सब इंस्पेक्टर के साथ एक पुलिसकर्मी और भी था जिसे वह नहीं पहचानता है।जिसके बाद जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने आज सब इंस्पेक्टर को 50 हजार रु की रिश्वत लेते रंगे हाथों ट्रैप किया।टीम में डीएसपी लोकायुक्त दिलीप झरबड़े, निरीक्षक और ट्रैप दल के अन्य सदस्य शामिल थे।