Swami Vivekananda death anniversary | स्वामी विवेकानंद की वो प्रेरणादायिक बातें जों ऊर्जा और प्रतिभावान बनाने में करे मदद
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मुंबई: स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणा श्रोत माने जाते हैं। सांसारिक जगत हो या अध्यात्मिक जगत में स्वामी विवकेनंद को अपनी प्रेरणा मानने वाले युवाओं की कमी नहीं है। विवकेनंद अपने व्यक्तित्व से विश्व के हृदय के जीत लिए थे। स्वामी विवेकानंद के प्रतिभा की चर्चा आज भी पूरे विश्व में हैं। वह न सिर्फ एक इंसान थे बल्कि वह एक विचार थे। उनका जीवन उन्नय की ओर रहा। आज लाखों युवा उनके जैसे तीक्ष्ण बुद्धि और प्रतिभाशाली बनना चाहते हैं। ऐसे युवाओं के लिए हम स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर उनके कुछ विचार लेकर आए हैं, जो आपको ऊर्जावान और प्रतिभावान बनाने में मदद करेगी।
1. उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये।
2 . जब कोई विचार अनन्य रूप से मस्तिष्क पर अधिकार कर लेता है तब वह वास्तविक भौतिक या मानसिक अवस्था में परिवर्तित हो जाता है।
3. ब्रह्मांड की सभी शक्तियां हमारे अंदर हैं। यह हम ही हैं जिन्होंने अपनी आंखों के सामने हाथ रखा है और रोते हुए कहा कि अंधेरा है।
4. उस व्यक्ति ने अमरत्त्व प्राप्त कर लिया है, जो किसी सांसारिक वस्तु से व्याकुल नहीं होता।
5. सच को कहने के हजारों तरीके हो सकते हैं और फिर भी सच तो वही रहता है।
6. इस दुनिया में सभी भेद-भाव किसी स्तर के हैं, ना कि प्रकार के, क्योंकि एकता ही सभी चीजों का रहस्य है।
7 . जितना हम दूसरों के साथ अच्छा करते हैं उतना ही हमारा हृदय पवित्र हो जाता है और भगवान उसमें बसता है।
8 . यदि स्वयं में विश्वास करना और अधिक विस्तार से पढाया और अभ्यास कराया गया होता, तो मुझे यकीन है कि बुराइयों और दुःख का एक बहुत बड़ा हिस्सा गायब हो गया होता।
9 . कभी मत सोचिये कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है, ऐसा सोचना सबसे बड़ा विधर्म है, अगर कोई पाप है, तो वो यही है, ये कहना कि तुम निर्बल हो या अन्य निर्बल हैं।
10. जब तक आप खुद पे विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पे विश्वास नहीं कर सकते।
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