Seminary Hills | सेमिनरी हिल्स भी बने पर्यटक स्थल, विभाग के अधिकारी भी दिखाएं इच्छाशक्ति
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नागपुर. सिटी के फुटाला लेक परिसर को विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में साकार किया गया है. यह सिटी के लिए गर्व की बात है लेकिन इसी परिसर से चंद फासलों की दूरी पर मौजूद सेमिनरी हिल्स एरिया को विकसित करने के लिए वन विभाग के अधिकारी इच्छाशक्ति नहीं दिखा रहे हैं. बहुत ही कम शहर ऐसे हैं जहां शहर के भीतर ही नैसर्गिक खूबसूरती से भरपूर ऐसा परिसर होता है जहां पहाड़, नाले, घने जंगल होते हैं.
सेमिनरी हिल्स परिसर नैसर्गिक संसाधनों से आच्छादित है और बच्चों से लेकर बड़ों सभी को आकर्षित करता है. वर्षों से इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनती रही है लेकिन हो कुछ नहीं रहा है. हालत यह है कि यहां बच्चों के लिए जो खेल उद्यान बनाया गया है वह भी एक साइड में सिमट कर रह गया है.
नये झूले, खेल सामग्री, फिसलपट्टी आदि लगाए गए हैं लेकिन इतना काफी नहीं है. इस परिसर को शानदार तरीके से विकसित किया जा सकता है लेकिन अधिकारी इच्छाशक्ति नहीं दिखा रहे हैं. लगता तो यह है कि अब खुद केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी को ही फुटाला लेक की तरह ही इस परिसर पर व्यक्तिगत रूप से संज्ञान लेना होगा.
कबाड़ हो गया है परिसर
यह उद्यान वनबाला स्टेशन परिसर के बाद तो पूरी तरह कबाड़ ही हो गया है. पहले पटरी के बाद के पूरे इलाके में दोनों साइड भी बच्चों के खेलने के लिए झूले, तरह-तरह की फिसलन पट्टियां, सी-सॉ सहित अन्य खेल के साधन उपलब्ध थे. अब तो ये सारे कबाड़ हो गए हैं. इस परिसर का तो दरवाजा ही परमानेंट बंद कर दिया गया है. करीब 10 वर्ष पूर्व तक यहां लोग परिवार सहित पूरे दिनभर की पिकनिक मनाने आया करते थे. यहां हिरण, नील गाय, शेर, तेंदुआ, भालू आदि भी रखे जाते थे. अब उद्यान व जंगल परिसर में कई जगहों पर प्लास्टिक कचरा फैला देखा जा रहा है जिसकी सफाई तक नहीं की जा रही है.
वनबाला का हो रहा इंतजार
वर्षों से यहां टायट्रेन वनबाला बंद पड़ी है. अब कहीं जाकर उसकी पटरी की दुरुस्ती व सेट करने का कार्य चल रहा है. कब शुरू होगी यह भी कहा नहीं जा सकता है. वन विभाग व रेलवे विभाग के बीच ही यह लंबे समय से झूलता रहा है. यहां आने वालों के लिए विविध सुविधाएं उपलब्ध की जा सकती है. जिस तरह फुटाला लेक परिसर में खान-पान आदि विक्रेताओं के लिए गाले तैयार किये गए हैं उसी तर्ज पर इस परिसर में भी कुछ गाले तैयार किये जा सकते हैं.
फिलहाल तो यहां लगने वाली कुछ गुमटियों में ही खान-पान की वस्तुएं मिलती हैं जो सड़क के किनारे अपने ठेले लगाते हैं. विकेंड में यहां युवाओं की भारी भीड़ होती है और रोड के किनारे लगने वाले इन ठेलों के कारण जाम की स्थिति बन जाती है. शहरभर से बड़ी संख्या में इस परिसर में लोग मार्निंग वॉक के लिए आते हैं. शाम को भी काफी लोग नैसर्गिक वातावरण में कुछ पल व्यतीत करने आते हैं. बच्चों के लिए भी इस परिसर को अच्छी तरह से विकसित किया जाए तो यह सिटी का अच्छा पर्यटन स्थल हो सकता है. नागरिकों की मांग है कि सेमिनरी हिल्स के गौरव को लौटाने के लिए अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिध भी ध्यान दें.
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