Fraud | निवेश के नाम पर 1.19 करोड़ की धोखाधड़ी, दि विदर्भ अर्बन क्रेडिट को-ऑप. सोसाइटी के अध्यक्ष अरेस्ट
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नागपुर. यशोधरानगर थाना क्षेत्र में 84 महीनों में निवेश दोगुना करने का झांसा देकर 1,19,57,715 रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दि विदर्भ अर्बन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी के अध्यक्ष उमेश रूपचंद मेंढे को पुलिस ने तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार कर लिया, जबकि सोसाइटी के बाकी पदाधिकारियों पर भी मामला दर्ज किया गया.
जानकारी के अनुसार, यह सोसाइटी जुलाई 2015 में शुरू की गई थी और जुलाई 2019 में इसे बंद कर दिया गया. सोसाइटी का कार्यालय रानी दुर्गावती चौक स्थित अग्रवाल काम्प्लेक्स के तीसरे माले पर था. पुलिस ने गुलशननगर, कलमना निवासी अनिता धर्मेन्द्र नागदेवते (35) की शिकायत पर मामला दर्ज किया.
RD पर 2, डेली कलेक्शन पर 4 प्रश ब्याज का झांसा
जानकारी के अनुसार, उपरोक्त अवधि में मेंढे उक्त सोसाइटी के अध्यक्ष थे. आरोप है कि सोसाइटी के पदाधिकारियों ने एजेंट नियुक्त किए और उन्हें लोगों से निवेश लाने को कहा. एजेंटों को बताया गया कि सोसाइटी निवेशकों को आरडी खातों पर 2 प्रतिशत और डेली कलेक्शन पर 4 प्रतिशत ब्याज दिया जाएगा. इसके अलावा 84 महीनों में निवेश की दोगुनी रकम लौटाई जाएगी. इसी के साथ एजेंटों को झांसा दिया गया कि अधिक से अधिक निवेश लाने पर उन्हें भी अच्छा कमीशन मिलेगा.
10 निवेशकों की पासबुक रख ली अपने पास
पुलिस को बताया गया कि सोसाइटी के शिक्षक सहकारी बैंक, कमाल चौक शाखा और एचडीएफसी बैंक में बचत खाते थे. निवेशकों की रकम सोसाइटी इन्हीं खातों में जमा कराती थी. इस बीच कई लोगों ने निवेश किया लेकिन सोसाइटी ने शिकायतकर्ता अनिता समेत अन्य 10 निवेशकों की पासबुक अपने पास ही जमा रख ली. जनवरी 2019 तक सोसाइटी का काम ठीकठाक चलता रहा.
स्कीम की अवधि समाप्त होने पर निवेशकों ने अपना लाभांश और जमा रकम मांगना शुरू किया तो उन्हें हवाहवाई उत्तर दिये जाने लगे. इसी बीच सितंबर 2019 में अचानक सोसाइटी का ऑफिस बंद कर दिया गया. इस प्रकार मेंढे और सोसाइटी के पदाधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने निवेशकों के 1,19,57,715 रुपये गबन कर लिये. शिकायत मिलते ही पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की है.
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